मासिक राशिफल माह मार्च 2013 – प. उमेश चन्द्र पन्त – ज्योतिषाचार्य
1 मेष (Aries): चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ।
इस माह संतान पक्ष से खुषी प्राप्त होगी। खर्च की अधिकता के कारण मन
में खिन्नता रहेगी। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षा में शुभप्रद परिणाम
प्राप्त होंगे। मित्रों से वांछित सहयोग मिलेगा। व्यापारिक कार्यो में वांछित
सफलता मिलेगी। अत्यधिक यात्राओं के कारण स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आयेंगी। किसी
कानूनी विवाद के कारण भी परेशान रहेंगे। इस समय आप उचित व्यावसायिक निर्णय भी
लेंगे। उत्तरार्द्ध जहाँ अच्छा जायेगा वहीं मासांत में विचित्र स्थितियाँ उत्पन्न
होंगी। शत्रु पक्ष से हो रहे षडयंत्रों से सावधान रहना चाहिए। साझेदारी मामलों पर
सोच समझकर ही निर्णय लें। परिवार में कलह की स्थितियाँ आयेंगी। उच्चाधिकारियों से
संबंधो का लाभ मिलेगा। समाज में मान प्रतिष्ठा बड़ेगी। स्वास्थ्य संबंधी छूट पुट
परेशानियाँ मुश्किलें करेंगी। उदर विकार, नेत्र विकार के कारण परेशानी होगी। परिस्थितिवश निराशा की अधिकता
रहेंगी। मार्च माह की 4, 9, 16 एवम् 27 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
2 वृषभ (Taurus): उ, इ, ऐ, ओ, बा, बी, बे, बो।
इस माह नवीन व्यावसायिक समझौता होगा। सामाजिक दायित्व बढ़ेगा।
शत्रुपक्ष से सावधान रहना चाहिए। प्रचुर मात्रा में धन की आवक होगी। भूमि व भवन से
लाभ होगा। इस माह अत्यधिक परिश्रम करना होगा। पद प्रतिष्ठा का लाभ मिलेगा। किये
गये परिश्रम का आपको सार्थक परिणाम मिलेगा। कोर्ट कचहरी में विजय मिलेगी। किसी खास
उपलब्धि हेतु आप प्रयासरत रहेंगे। व्यावसायिक क्षेत्र में नवीन उपलब्धि होगी।
व्यावसायिक उन्नति हेतु की गयी साझेदारी लाभप्रद रहेगी। उच्चाधिकारियों का वांछित
सहयोग मिलेगा। महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ होने से मन अत्यन्त प्रसन्न रहेगा। संतान
पक्ष से सुखद समाचार प्राप्त होगा। प्रथमार्द्ध की अपेक्षा उत्तरार्द्ध में
मनोनुकूल परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ परेशानियाँ हांेगी। पुरानी
बिमारियाँ उभरकर सामने आयेंगी। रक्त विकार पाचन संस्थान संबंधी रोग परेशानी
करेंगे। मार्च माह की 7, 8, 22 एवम् 27 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ गं गणपतये नमः’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
3 मिथुन (Gemini): क, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा।
इस माह रचनात्मक व सृजनात्मक कार्यो में समय व्यतीत होगा। पिछली
असफलता सफलता में तबदील होगी। नवीन व्यावसायिक समझौता आपके हित में होगा। भूमि-भवन
का क्रय होगा। मित्र वर्ग से अपेक्षित सहयोग मिलेगा। कई बार स्थितियाँ आपको
किंकर्तव्यमिमूढ़ बना देंगी। प्रथमार्द्ध जहाँ कुछ कष्टप्रद होगा, वही उत्तरार्द्ध में आशातीत प्रगती होगी जो कि मासांत तक चलती रहेगी।
इस माह आपके द्वारा कुछ नवीन प्रयोग भी क्रियान्वित होंगे। कई नये लोगो से आपका
सम्पर्क बढ़ेगा। ऋण प्रबन्धन की स्थितियाँ आयेंगी। अथवा आप आर्थिक मदद की आकांक्षा
रखेंगे। इस माह कई अनावश्यक खर्चो से भी जूझना पड़ेगा। छोटी-बड़ी दो तीन यात्रायें
भी होंगी। जीवन साथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए। सर्दी, जुखाम, बुखार आदि स्वास्थ्य पर प्रतिकूल
प्रभाव डालेगा। कार्य क्षेत्र में नये-नये संबंध बनेंगे। मार्च माह की 4, 14, 23
एवम् 28 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप भगवान शिव की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमः शिवाय’’ का नित्य जप करें।
4 कर्क (Cancer): ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो।
इस माह शुभ समाचारों की प्राप्ति होंगी। माता-पिता का वांछित सहयोग
मिलेगा। विदेश यात्रा का योग। शत्रु पक्ष हानि पहुँचाने का प्रयास करेंगा। कार्यो
में विघ्न उत्पन्न होंगे। धन की आवक अच्छी रहेगी जिस कारण बैंक बैलेंस सुधरेगा।
व्यावसायिक क्षेत्र में उन्नति होगी। पारिवारिक दबावो के कारण कार्य क्षेत्र में
व्यवधान आयेगा। अविवेकपूर्ण निर्णय लेने से बड़ी हानि हो सकती है। साझेदारी कार्यो
में लाभ होगा। आकस्मिक घटनाओं का अंदेशा रहेगा। माता का स्वास्थ्य प्रभावित होगा।
मित्रजनों का आवागमन मास पर्यत्न बना रहेगा। दाम्पत्य जीवन सामान्य रहेगा।
कार्यक्षेत्र में परिवर्तन का भी मन बनेगा। पूर्वार्द्ध जहाँ अनुकूल रहेगा वही
उत्तरार्द्ध में परिस्थितियाँ भिन्न होंगी। मार्च माह की 6, 14, 24
एवम् 29 तारीखें नेष्ट फलप्रद हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य हनुमान जी की अराधना करें एवं ‘‘ऊँ हं हनुमते नमः’’ का जप करें।
5 सिंह (Leo): मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे।
इस माह अनियमित दिनचर्या के कारण स्वास्थ्य प्रभावित होगा। पारिवारिक
कार्यो में वृद्धि होगी। अध्ययन-अध्यापन में रुचि बढ़ेगी। वाहन प्राप्ति का योग।
उच्चाटन व बाधाकारक स्थितियाँ आयेंगी। अत्यंत सावधानी से कार्य करना चाहिए। किसी
भी प्रकार के विवाद से बचकर रहना चाहिए। लेन-देन को लेकर विवाद हो सकता है। कुछ
अप्रत्याशित व्यावसायिक निर्णय भी आप लेगे। मनोस्थिति सुधार में अपेक्षित समय
लगेगा। कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारियों के कोप का शिकार होना पड़ेगा। कुछ
व्यावसायिक निर्णयों में त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता पड़ेगी। गृह कलह के कारण
आवश्यक कार्यो में व्यवधान देखने को मिलेंगे। मानसिक रुप से अस्वस्थ्यता महसूस
होगी। उच्च रक्तचाप की परेशानियाँ भी दिखेंगी। मार्च माह की 2, 9, 14, 21 एवम् 26 तारीखें नेष्ट फलदायक है, अतः सावधान रहना चाहिए। आप सूर्य की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ घृणिः सूर्याय नमः’’ का जप करें।
6 कन्या (Virgo): टो, पा, पू, ष, ण, ठ, पे, पी।
इस माह धार्मिक व आध्यात्मिक कार्यो में रुचि बढ़ेगी। अनावश्यक व्यय
होगा। व्यावसाय में नये नये अवसर एवम् लाभ प्रतिपल आते रहेंगे। कार्य स्थान में
स्थितियाँ मजबूत होंगी। यदि आप नये कार्य या नौकरी की तलाश में है तो, सफलता मिलेगी। धन का आवागमन होता रहेगा। वित्तीय स्थिति में सुधार
होगा। व्यवसाय में आक्षेप का सामना करना होगा। कुछ नयी उपलब्धियाँ भी मिलेगी।
पारिवारिक जीवन में कुछ तनावों का सामना करना पड़ेगा। धन का आवागमन होते हुए भी
दबाव बना रहेगा। पारिवारिक विवादों के निपटान हेतु विशेष प्रयास करने होंगे। ऋण
लेने की स्थितियाँ आयेंगी। प्रथमार्द्ध जहाँ ठीक ठाक जायेगा वहीं उत्तरार्द्ध में
परेशानियाँ बढ़ेगी। स्वास्थ्य सामान्यतः नरम रहेगा। व्यवहार की असमितता के कारण
रक्त चाप व मानसिक तनाव की स्थितियाँ आयेंगी। मार्च माह की 3, 9, 16,
17 एवम् 28 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य हनुमान जी की अराधना करें एवं ‘‘ऊँ हं हनुमते नमः’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
7 तुला (Libra): रा, री, रू, रे, ता, ती, तू, ते।
इस माह राजकीय कार्यो में अनुकूल सफलता मिलेगा। विद्यार्थियों को
प्रतियोगी परीक्षाओ में वांछित सफलता मिलेगी। आय में न्यूनता के कारण चिन्तित
रहेंगे। भूमि-भवन के कार्यो में लाभ होगा। यदि आप उच्च शिक्षा हेतु प्रयासरत हैं
तो लाभ होगा। वाहन चलाने में सावधानी रखें। काम काज में कुछ बाधायें आयेंगी।
पारिवारिक रिश्तो में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलेगा। व्यवसाय में आ रहे व्यवधानों
को आप पहचान पायेंगे। कुल मिलाकर मास पर्यत्न यह महसूस होगा कि समस्यायें कम हुई
हैं। ऋण प्रबन्धन की आवश्यकतायें भी आयेंगी। प्रथमार्द्ध उत्तरार्द्ध की अपेक्षा
अच्छा रहेगा किन्तु मासांत पुनः सामान्य रहेगा। कार्य/व्यवसाय परिवर्तन भी सम्भव
है। ग्रह कलेश के कारण कार्य व्यवसाय भी प्रभावित होगा। उच्चाटन के कारण कार्य
एवम् स्वास्थ्य प्रभावित होगा। कुछ लोगो से आप
व्यावसायिक सम्बन्ध तोड़ना चाहेंगे। मार्च माह की 4, 8, 16, 21 एवम् 24 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
8 वृश्चिक (Scorpio): तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू।
इस माह में सामाजिक एवं धार्मिक क्रिया कलापों में वृद्धि होगी।
मित्रो के सहयोग से व्यवसाय में वांछित सफलता मिलेगी। स्थानान्तरण भी सम्भव। समाज
में सम्मान प्राप्ति या प्रशस्ति पत्र जैसी उपलब्धि मिलेगी। जीवन साथी के
स्वास्थ्य का ध्यान रखें, अचानक ही कुछ शारीरिक अस्वस्थता आ
सकती है। भूमि भवन सम्बन्धी कार्य में बाधाएँ आयेंगी। संतान के कारण कुछ समस्याओ
का सामना करना पड़ेगा। आर्थिक सुविधाओं में वृद्धि होगी। सही सही विकास हेतु आपको
बड़ा तन्त्र स्थापित करना पड़ेगा, जो कि आगे चलकर बड़ी उन्नति में सहायक
सिद्ध होगा। दैनिक गतिविधियों में व्यस्तता बढ़ जायेंगी। अच्छी आय के लिए आपको
अच्छे मित्रों के सहयोग की आवश्यकता होगी जो कि आपको मिलेगा भी। नजदीक दूर की
यात्राओं का योग। नये सहयोगी चुनने में सर्तकता बरतनी चाहिए। सामान्यतः स्वास्थ्य
ठीक रहेगा। माता के स्वास्थ्य के कारण चिंता होगी। इस माह आर्थिक दृष्टि से काफी
सुधार दिखेगा। मार्च माह की 3, 13, 18, 24 एवम् 27 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम् नित्य ‘‘ऊँ शं शैन्नेश्चराय नमः” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
9 धनु (Sagittarius): ये, यो, भ, भी, भू, धा, फा, ढा, भे।
इस माह में घटनाओं की अधिकता रहेगी। विलासिता सामाग्रियों में व्यय
होगा। बारम्बार किन्ही कारणवश तनावपूर्ण स्थितियों का सामना करना पड़ेगा। सामाजिक
कार्यो से यश वृद्धि होगी। यातायात/वाहन चालन में सावधानी रखनी चाहिए। मानसिक
अशान्ति के कारण आवश्यक कार्यो में विलम्ब होगा। परिस्थितिवश आपको अच्छी सलाह की
नितांत आवश्यकता होगी । आर्थिक स्थितियाँ त्रीवता से बदलेंगी। प्रथमार्द्ध एवं
उत्तरार्द्ध की अपेक्षा मासान्त जटिल रहेगा। माता-पिता सम्बन्धित समस्याऐं रहेगी।
व्यावसायिक साझेदारी लाभप्रद रहेगी। जीवन साथी के नाम से किया गया कार्य व्यवसाय
लाभकारी सिद्ध होगा। माता-पिता के स्वास्थ्य के कारण चिंता बनी रहेंगी। बदन दर्द, गठिया, संधिवात आदि के कारण स्वास्थ्य नरम
रहेगा। खान-पान के सावधानी बरतनी चाहिए। मासांत तक पारिवारिक तालमेल भी अपेक्षाकृत
अनुकूल होगा। मार्च माह की 4, 8, 23 एवम् 27 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ गं गणपतये नमः’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त
होंगे।
10 मकर (Capricorn): भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी।
इस माह व्यापारिक कार्यों को गति मिलेगी। भाग्योदयकारी स्थितियाँ
आयेंगी। कार्य की गति बढ़ेगी। निकटस्थ मित्रों का वांछित सहयोग मिलने से कार्य
क्षेत्र में वृद्धि होगी। जन सम्पर्क में वृद्धि होगी। यह समय आपके जीवनसाथी के
भाग्योदय का भी है। विद्यार्थियों को विद्या क्षेत्र में लाभ होगा। यह माह आपके
शक्ति संचय एवम् आंतरिक परीक्षण का है। कई लोगो से संबंध जुड़ने व टूटने का सिलसिला
चलता रहेगा। कार्य क्षेत्र में बड़ी बाधायें नही आयेंगी। परिवार का भरपूर सहयोग
मिलेगा। विलासिता व घर की साज सज्जा पर धन व्यय होगा। प्रथमार्द्ध जहाँ पूर्ववत
चलेगा वही उत्तरार्द्ध में लाभ की मात्रा बढ़ जायेगी। मासांत में कई उपयोगी
प्रस्ताव भी आयेंगे जो कि भविष्य में लाभकारी सिद्ध होंगे। परिवार में किसी खास
बात को लेकर वाद-विवाद की स्थितियाँ आयेंगी। जीवन साथी का भरपूर सहयोग रहेगा।
सामान्यतः उच्च रक्त चाप, उदर विकार आदि के कारण स्वास्थ्य
प्रभावित होगा। मार्च माह की 9, 21, 27, 30 एवम् 31 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य विष्णु भगवान की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
11 कुंभ (Aquarius): गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा।
इस माह व्यावसायिक कार्यो में गिरावट देखने को मिलेगी। नवीन व्यापार
कार्य प्रारम्भ का भी प्रबल योग है। शत्रु पक्ष के व्यवधान के कारण कई बार
कार्यावरोध होगा। प्रथमार्द्ध जहाँ भाग्यावरोध, कार्य हानि, व्यवधान में गुजरेगा वही उत्तरार्द्ध
अपेक्षाकृत संतोषजनक रहेगा। अर्थ प्रबन्धन में विषमतायें देखने को मिलेगी। किसी
खास के विशेष सर्मथन के भरोसे आप रहेंगे। अत्यधिक भाग दौड़ रहेगी। यात्राओं का
आधिक्य होगा, जो कि व्यावसायिक एवम् निजी दोनो
प्रकार की होंगी। समय पर निर्णय न ले पाने से कार्य स्थान में अवरोध/हानि के अवसर
आयेंगे। उत्तरार्द्ध में सक्रियता में भी वृद्धि होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से माह
कष्टप्रद ही रहेगा। मानसिक उच्चाटन, कर्ण पीड़ा एवम् कमर का दर्द आदि से जूझना होगा। अर्थ की कमी के
बावजूद आप कई कार्यो को पूरा करने का प्रयास करेंगे। मार्च माह की 7, 13,
19, 22 एवम् 29 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप भगवान शिव की अराधना करें एवम् ‘‘ऊँ नमः शिवाय’’ का नित्य जप करें। शुभप्रद परिणाम
प्राप्त होंगे।
12 मीन (Pisces): दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची।
इस माह अनावश्यक मान हानि के दौर से गुजरना होगा। मान सम्मान में कमी
आयेंगी। कानूनी विवादो में पड़ने का भय। कोर्ट कचहरी में विजय होगी। परिवार में
अनावश्यक विवाद की स्थितियाँ उत्पन्न होंगी। आय से व्यय अधिक की स्थितियाँ रहेंगी।
उत्तरार्द्ध में घरेलू व व्यावसायिक मामले में सम्मान प्राप्ति होगी। स्वभाव में
तेजी रहेगी। राजकीय कार्यो में वांछित सहयोग मिलेगा। वाहन चलाने/यातायात में
सावधानी रखें। संतान के कारण खुशी मिलेगी। दूसरों पर निर्भरता के कारण कई बार
कार्य निष्पादन में विलम्ब होगा। प्रथमार्द्ध जहाँ जटिलता भरा रहेगा वहीं
उत्तरार्द्ध आपके पक्ष में होगा। अनावश्यक व्यय के कारण, मन दुःखी रहेगा। जीवन साथी का स्वास्थ्य प्रभावित होगा। माता-पिता का
आवश्यक सहयोग रहेगा। पिता के स्वास्थ्य के कारण चिन्ता होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि
से यह माह आपके लिए भी कठिन है। उदर विकार, श्वास की तकलीफे रहेंगी। किसी प्रियजन से उपहार प्राप्ति होगी। मार्च
माह की 1, 13, 22, 24 एवम् 29 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अतः सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम् नित्य ‘‘ऊँ शं शैन्नेश्चराय नमः” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
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